भोजपुरी डिक्शनरी
भोजपुरी हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश
भोजपुरी शब्दकोश का महत्व
भोजपुरी एक ऐसी सरस और मधुर भाषा है
जिसका इतिहास मध्य काल के भोजवंशी परमार राजाओं से जुड़ा हुआ है। दरअस्ल, उज्जैन के
इन राजाओं ने अपने पूर्वज राजा भोज के नाम पर बिहार के आरा जिले के अंतर्गत भोजपुर
गाँव बसाया था। इसी गाँव में उन्होंने राजधानी भी बनाई। भोजपुर की भाषा
"भोजपुरी" के तौर पर प्रसिद्ध हुई। भारत में भोजपुरी पश्चिमी बिहार, पूर्वी
उत्तर प्रदेश, उत्तर-पश्चिमी झारखंड तथा मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के
उत्तर-पूर्वी भाग में बोली जाती है। नेपाल, फ़िज़ी और
मॉरिशस में इसे संवैधानिक भाषा का दर्जा हासिल है। इसके अलावा गयाना, सूरीनाम, सिंगापुर, उत्तर
अमेरिका और लैटिन अमेरिका में भी इस भाषा को बोलने वाले लोग हैं। भारत में लगभग 6
करोड़ लोग भोजपुरी बोलते हैं, जबकि विश्व में इसे बोलने वालों की
संख्या लगभग 20 करोड़ है। भोजपुरी की प्रमुख बोलियों में उत्तरी, पश्चिमी, दक्षिणी, थारू, मधेसी, डोमरा, मुसहरी और नागपुरिया
मानी जाती हैं। इनके अलावा कैरेबियाई हिंदुस्तानी, फ़िज़ी बात
और मॉरिशस भोजपुरी जैसी बोलियाँ भी हैं।
प्राचीन समय में भोजपुरी भाषा कैथी
लिपि में लिखी जाती थी, लेकिन समय के साथ इसका स्थान देवनागरी
ने ले लिया। भोजपुरी साहित्य के विकास में भिखारी ठाकुर और महेंदर मिसिर का
महत्वपूर्ण योगदान है। भिखारी ठाकुर को भोजपुरी का शेक्सपियर, तो महेंदर
मिसिर को पुरबी सम्राट के रूप में जाना जाता है। आज तमाम कवि और लेखक भोजपुरी के
विकास में जुटे हुए हैं। पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और
नेपाल के कई कवि इस भाषा में रचनाएँ कर रहे हैं। भोजपुरी में अनेक पत्र-पत्रिकाओं
का प्रकाशन हो रहा है। इतना ही नहीं इस भाषा के विकास एवं प्रचार-प्रसार के
उद्देश्य से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बड़े-बड़े सम्मेलनों का आयोजन भी
किया जाता रहा है।‘हिन्दवी डिक्शनरी’ ने इस
प्राचीन भाषा की शब्द-संपदा को भाषाओं के संरक्षण और संवर्द्धन की अपनी महत्वपूर्ण
योजना का हिस्सा बनाया है। इससे इस भाषा के प्रति उत्सुकता रखने वालों को ‘भोजपुरी
शब्दकोश’ की सुविधा भी मिल रही है।
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