aaraj meaning in braj
आरज के ब्रज अर्थ
विशेषण, पुल्लिंग
- दे
- 'आर्य'
-
बड़ा , पूज्य , श्रेष्ठ
उदाहरण
. सूरदास सुनि आरज-पथ तै, कछू न चाड़ सू० १०/६५१/३६३ पथ पुं० श्रेष्ठ मार्ग । . गृह-ब्यौहार तजे आरज-पथ ।
आरज के हिंदी अर्थ
विशेषण
-
'आर्य'
उदाहरण
. फूटहि सों जयचंद बुलायो जवनन भारत धाम । जाको फल अब लौं भोगत सब आरज होत गुलाम ।
आरज के तुकांत शब्द
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