abharan meaning in braj
- देखिए - आभरण
अभरन के ब्रज अर्थ
विशेषण
- खाली , रिक्त ; जिसकी प्रतिष्ठा या मान नष्ट कर दिया गया हो , अपमानित
अभरन के हिंदी अर्थ
संस्कृत ; संज्ञा, पुल्लिंग
-
मानव निर्मित वह वस्तु जिसके धारण करने से किसी की शोभा बढ़ जाती है, आभरण
उदाहरण
. इतनौ सुनत मगन ह्वै रानी बोलि लए नँदराई। सूरदास कंचन के अभरन लै झगरिनि पहिराई। -
खाली, रिक्त
उदाहरण
. छर छरिय बान छकि छंछाटिय, भरिय पत्र अभरन भरिय-चंदबरदाई। - भोजन, वस्त्र आदि देकर जीवन रक्षा करने की क्रिया
संस्कृत, हिंदी ; विशेषण
-
जिसकी प्रतिष्ठा या मान नष्ट कर दिया गया हो, अपमानित, दुर्दषाग्रस्त
उदाहरण
. उस बात की कसक हमारे मन से नहीं जाती जो बलराम ने तुम्हें अभरन किया था।
अभरन के बघेली अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- अमूल्य वस्तु, अमृत तुल्य पदार्थ, बहुमूल्य प्रतीक
अभरन के मगही अर्थ
संज्ञा
- शोभा, सुंदर; शोभा बढ़ाने वाली वस्तु, दे. 'सभाखन', आभूषण
अभरन के मैथिली अर्थ
संज्ञा
- गहना
Noun
- ornament.
अभरन के तुकांत शब्द
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