abhiir meaning in braj
अभीर के ब्रज अर्थ
पुल्लिंग
- गोप , ग्वाला , अहीर
-
छन्द-विशेष
उदाहरण
. बीर अवीर अभीरन को वीन भाष ।
विशेषण
- निर्भय, निडर
- भीड़-रहित , एकान्त
अभीर के हिंदी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- गोप, अहीर, ग्वाला जाति का पुरुष, एक जाति जिसका काम गाय-भैंस पालना और दूध बेचना है
-
काव्य में एक छंद जिसके प्रत्येक चरण में ११ मात्राएँ और अंत में जगण (ISI) होता है
उदाहरण
. यहि विधि श्री रघुनाथ, गहे भरत कर हाथ। पूजत लोक अपार, गए, राज दरबार।
अभीर के तुकांत शब्द
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