achambho meaning in braj
- स्रोत - संस्कृत
- देखिए - अचंभा
अचंभो के ब्रज अर्थ
- आश्चर्य , विस्मय , दे० 'अचंभ'
अचंभो के हिंदी अर्थ
अचंभौ
संज्ञा, पुल्लिंग
-
मन का वह भाव जो किसी नई, विलक्षण या असाधारण बात को देखने, सुनने या ध्यान में आने से उत्पन्न होता है, अचंभा, आश्चर्य, विस्मय
उदाहरण
. देखत रहे अचंभो, योगी हस्ति न आय। योगिहि कर अस जूझब भूमि न लागत पाय। . अचंभो इन लोगनि के आवै। छाँड़ै खान अमीरस फलको माया विष फल भावै। -
अचरज की बात
उदाहरण
. उसके अचंभो को सुनकर हम भी अचंभित हो गए। -
आश्चर्य उत्पन्न करने वाली वस्तु
उदाहरण
. ताजमहल विश्व के सात अचंभों में से एक है।
अचंभो के कन्नौजी अर्थ
अचम्भो
संज्ञा, पुल्लिंग
- आश्चर्य, विस्मय
- आश्चर्यजनक बात
अचंभो के मगही अर्थ
अचंभौ
- अचरज, आश्चर्य, आश्चर्य की वस्तु
- अचरज, आश्चर्य, आश्चर्य की वस्तु
अचंभो के मालवी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
-
अचरज, आश्चर्य चकित होना, आश्चर्यजनक
उदाहरण
. उड़त विमान देखत भयो अचंभो।
अचंभो के तुकांत शब्द
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