achraj meaning in braj
अचरज के ब्रज अर्थ
विशेषण, पुल्लिंग
-
आश्चर्य , अचम्भा, विस्मय, ताज्जुब
उदाहरण
. अचरज कहा पार्थ जौ बेधे, तीनि लोक इक - आश्चर्यजनक , अनोखा , पाँच बरष को मेरौ कन्हैया, अचरज तेरी बात सूर० १०/२५७/
अचरज के अंगिका अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- आश्चर्य, विस्मय
अचरज के अवधी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- आश्चर्य
अचरज के कुमाउँनी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- आश्चर्य, अचम्भा
अचरज के बघेली अर्थ
अव्यय
- आश्चर्य, अकाल्पनिक, असंभावित
अचरज के बुंदेली अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- आश्र्चय, किसी बात या वस्तु के अप्रत्याशित रूप से या सहसा होने पर मन में होने वाला कौतुहल जनक भाव, आश्चर्य चकित करने वाली कोई विलक्षण बात या वस्तु
अचरज के मगही अर्थ
क्रिया-विशेषण
- आश्चर्य, ताज्जुब, अनोखी वस्तु, कौतुक, कौतूहल
अचरज के मैथिली अर्थ
- अचम्भा
- wonder.
अचरज के तुकांत शब्द
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