अगती

अगती के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत
  • अथवा - अगति, अगति

अगती के हिंदी अर्थ

विशेषण, स्त्रीलिंग

  • जो गति या मोक्ष का अधिकारी न हो, बुरी गतिवाला
  • पापी, कुमार्गीं, दुराचारी, कुकर्मी
  • देखिए : 'अगति'
  • अगाऊ, पेशगी
  • कुकर्मी, दुराचारी या पापी, स्त्री० [हिं० अगता का स्त्री०] अग्रिम, पेशगी, , क्रि० वि० आगे या पहले से, स्त्री० [?] चकवड़ या चक्रमर्द नाम का पौवा
  • मरने के बाद जिसको गति (मोक्ष प्राप्ति) न हुई हो

संज्ञा, पुल्लिंग

  • पापी मनुष्य, कुकर्मी कुमार्गी व्यक्ति, पातकी मनुष्य

    उदाहरण
    . जय जय जय जय माधव बेनी । जगहित प्रगट करी करुनामय अगतिन को गति देनी । . देखि गति गोपिका की भूलि जाति निज गति अगतिन कैसे धौँ परम गति देत हैं ।

  • एक पेड़ से प्राप्त सुंदर फूल
  • एक पेड़

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • चकवँड़, दादमर्दन, दद्रुध्न, चक्रमर्द

क्रिया-विशेषण

  • आगे से, पहले से

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • एक पेड़

    उदाहरण
    . अगति में सुन्दर फूल और फलियाँ लगी हैं ।

  • वह अवस्था जिसमें ऐसा माना जाता है कि मृतक की आत्मा श्राद्ध-कर्म के ठीक से न होने पर भटकती है

    उदाहरण
    . भगवान उन्हें अगति से मुक्ति दें ।

  • बुरी दशा या अवस्था
  • बुरी गति; दुर्गति; दुरवस्था
  • गतिहीनता; स्थिरता; ठहराव
  • मृत्यु के बाद संस्कार आदि न होना
  • अत्येष्टि, श्राद्ध आदि न होने के कारण मृतक की आत्मा को वह स्थिति जिसमें उसका मोक्ष नहीं होता और वह इधर-उधर भटकती फिरती है
  • गति का न होना, ठहरा या रुका हुआ न होना, स्थिरता

विशेषण

  • जिसका श्राद्ध-कर्म रीति अनुसार या ठीक से न किया गया हो
  • जिसमें गति न हो पर उसे गति दी जा सकती हो

अगती के बज्जिका अर्थ

अगत्ती

संज्ञा

  • कुकर्मी

अगती के बुंदेली अर्थ

अगति, अगत्ती

संज्ञा, पुल्लिंग

  • उपद्रवी

अगती के ब्रज अर्थ

अगति

विशेषण, पुल्लिंग

  • बुरी गति वाला, जो गति या मोक्ष का अधिकारी नहीं , पापी, दे० 'अगति'
  • पापी मनुष्य , कुमार्गी या दुराचारी व्यक्ति

    उदाहरण
    . जय जय, जय जय, माधव बेनी । जग हित प्रकट करी करुनामय-अगति नि कौं गति दैनी।

अगती के मैथिली अर्थ

अगत्ती

विशेषण

  • उत्पाती

Adjective

  • naughty.

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