agotii meaning in braj
अगोती के ब्रज अर्थ
विशेषण
- जो अपने गोत्र या कुल-परम्परा का न हो, जिसके गोत्र में कोई न हो, निवशी
-
जो गमनशील न हो , ध्रुव , स्थिर , अचल
उदाहरण
. दीनों दया करि प्रीति अगोती ।
अगोती के हिंदी अर्थ
संज्ञा, विशेषण
- अलग गोत्र का व्यक्ति
- दूसरे गोत्र का
अगोती के तुकांत शब्द
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