aj meaning in hindi
अज के हिंदी अर्थ
संस्कृत ; विशेषण
-
जिसका जन्म न हो, जन्म के बंधन से रहित, अजन्मा, स्वयंभू
उदाहरण
. ब्रह्मा जो व्यापज विरज अज अकल अनीह अभेद । - जो कभी न जन्म लेता हो
- जिसने जन्म न लिया हो
- अनादिकाल से विद्यमान
- अजन्मा
- जिसका अस्तित्व आदि-काल से बना हो, अनादि, पुं० १. वह जिसका अस्तित्व आदि-काल से बना हो, जैसे-ब्रह्मा, विष्ण, शिव, कामदेव ' आदि; राजा दशरथ के पिता का नाम
- जो जन्मा न हो
संज्ञा, पुल्लिंग
-
ब्रह्मा
उदाहरण
. लगन बाचि अज सबहि सुनाई । - विष्णु
- शिव
- ईश्वर
- कामदेव
- चंद्रमा
-
एक सूर्यवंशी राजा जो दशरथ के पिता थे
विशेष
. वाल्मीकि रामायण में इन्हें नाभाग का पुत्र लिखा है पर रघुवंश आदि के अनुसार ये रघु के पुत्र थे। -
बकरा
उदाहरण
. तदपि न तजत स्वान, अज, खर ज्यों फिरत विषय अनुरागे। - भेँड़ा
- माया शक्ति
- जीव (को॰)
- ज्योतिष में शुक्र की गति के अनुसार तीन तीन नक्षत्रों की जो एक वीथी मानी गई है, उनमें से एक, जो हस्त, विशाखा और चित्रा नक्षत्र में होती है
- एक ऋषि (को॰)
- मेंषराशि (को॰)
- अग्नि (को॰)
- एक प्रकार का धान्य (को॰)
- माक्षइक धातु (को॰)
- सूर्य का रथ (को॰)
-
एक रघुवंशी राजा जो नाभाग के पुत्र थे
उदाहरण
. अज राजा दशरथ के पिता थे । - पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र
संस्कृत ; क्रिया-विशेषण
-
अब , अभी तक
विशेष
. इस शब्द को 'हूँ' के साथ देखा जाता है, स्वतंत्र रूप में नहीं; जैसे—(को) उठी कबीरा बिरहिनी अजहूँ ढढै खेह ।— कबीर (शब्द॰) । (ख) अजहूँ जागु अजाना होत आउ निसि भोर ।—जायसी (शब्द॰) । (ग) रे मन, अजहूँ क्यौं न सम्हारै ।—सूर॰ १ । ६३ । (घ) अजहूँ मानहूँ कहा हमारा ।— मानस, १ ।८० ।
फ़ारसी ; क्रिया-विशेषण
- लए सिरे से, नए ढंग से
संज्ञा, स्त्रीलिंग
- १बकरी
- सांख्य मतानुसार प्रकृति या माया जो किसी के द्वारा उत्पन्न नहीं की गई और अनादि हैं
- शक्ति, दुर्गा
- भादो बदी एकादशी जो एक ब्रत का दिन है
- नर बकरी
अज के पर्यायवाची शब्द
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Adjective
- unborn, eternal
अज के ब्रज अर्थ
पुल्लिंग
-
ब्रह्मा
उदाहरण
. ~सखि इह कृष्ण-चरन-रज अज शंकर शिर - विष्णु
- शिव
- कामदेव ; एक सूर्यवंशी राजा जो दशरथ के पिता थे
-
बकरा
उदाहरण
. जज्ञ आरंभ मिलि रिषिनि बहुरौ कियो, सीस अज राखिक दच्छ ज्याए। - माया, शक्ति
क्रिया-विशेषण
- अब , अभी तक , आयौ, अजी अ धार
-
यदि
उदाहरण
. की हौं मैं तिहारी तूं हमारी प्रान प्यारी अजू होती जो पियारी तोऽब रोती कही काहे
अज के तुकांत शब्द
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