अजेय

अजेय के अर्थ :

अजेय के मैथिली अर्थ

विशेषण

  • जे जीतल नहि जाए

Adjective

  • unconquerable.

अजेय के अँग्रेज़ी अर्थ

Adjective

  • invincible, unconquerable

अजेय के हिंदी अर्थ

अजय

संस्कृत ; संज्ञा, पुल्लिंग

  • पराजय, हार, जय का अभाव
  • अग्नि
  • विष्णु
  • एक कोशकार का नाम
  • छप्पय छंद के ७१ भेदों में से पहला जिसमें ७० गुरु और १२ लघु मिलाकर ८२ वर्ण और १५२ मात्राएँ हैं
  • सुश्रुत में कथित एक विघघ्न घृत
  • पराजित होने की अवस्था या भाव
  • जय का विरोधी भाव या विपर्याय

संस्कृत, हिंदी ; विशेषण

  • न जीतने योग्य, जो जीता न जा सके, अजेय

    उदाहरण
    . जीति को सकै अजय रघुराई । माया तें असि रची न जाई ।

  • जिसे कोई जीत न सके या जो जीता न जा सके
  • जिसे जीता न जा सके; अजेय
  • अजर
  • जिसे कोई जीत न सके या जो जीता न जा सके

    उदाहरण
    . मृत्यु अजेय है ।

  • जिसे जीता न जा सके; अतिशक्तिशाली; बाहुबली
  • जो जीता न जा सकता हो
  • जो हारा न हो, अपराजित
  • देखिए : 'अजेय'

    उदाहरण
    . हौं हार्यौ करि जतन बिबिध बिधि अतिसै प्रबल अजै ।


संस्कृत ; विशेषण

  • न जीते जाने योग्य, जिसे कोई जीत न सके, अतिशक्तिशाली, बाहुबली

    उदाहरण
    . द्विस्वभाव अश्लेष में ब्राह्मण जाति अजेय।


हिंदी ; संज्ञा, पुल्लिंग

  • देखिए : 'अजय'

अजेय के पर्यायवाची शब्द

संपूर्ण देखिए

अजेय के अंगिका अर्थ

अजय

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • पराजय

विशेषण

  • न जीतने योग्य

अजेय के ब्रज अर्थ

अजय, अजै, इजै

पुल्लिंग

  • छप्पय छंद के ७२ भेदों में से पहला जिसमें ७० गुरु और १२ लघु मिलाकर ८२ वर्ण और २४२ मात्रायें होती हैं

    उदाहरण
    . सत्तर गुरु गनि अजय के बारह लघु उच्चारि ।


विशेषण

  • जिसे जीता न जा सके , अजेय
  • जय का अभाव , पराजय , हार

विशेषण

  • जो पराजित न किया जा सके

    उदाहरण
    . –द्विस्वभाव अश्लेष में ब्राह्मण जाति अजेय । के II १६/३७६


विशेषण

  • देखिए : 'अजेय'

    उदाहरण
    . हौं हार्यो करि जतन बिबिध बिधि अति से प्रबल अजै ।


स्त्रीलिंग

  • अजय

    उदाहरण
    . इज बिजे दोऊ आपस मैं निरए बिधना आनि। . २. मान । प्रतिष्ठा। ३. अधिकार ।

सब्सक्राइब कीजिए

आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा