akhanDal meaning in hindi

अखंडल

अखंडल के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

अखंडल के हिंदी अर्थ

विशेषण

  • अखंड़, अटूट, अविच्छिन्न

    उदाहरण
    . मनु नखत मंड़ल में अखंड़ल पूर्ण चंद्र सुहाय ।

  • अखंड
  • समुचा, संपूर्ण, पूरा

    उदाहरण
    . तवा सो तपत धरा मंड़ल अखंड़ल औ मारतंड़ मंड़ल हवा सो होत भोर तें ।

  • पूरा, समूच, * पं० [सं० अखंडल] इन्द्र

संज्ञा, पुल्लिंग

  • इंद्र, सुरपति

    उदाहरण
    . जाय बृजमंड़ल के बीच मैं अखंड़ल ह्वाँ मरजी तिहारी मानी रह्यो बहु भाँति हैं ।

अखंडल के ब्रज अर्थ

अखंडल'

विशेषण

  • अखंड , अटूट , अविच्छिन्न

    उदाहरण
    . मनु नखत मंडल में अखंडल पूर्ण चंद्र सुहाय ।

  • सम्पूर्ण , समूचा , पूरा

    उदाहरण
    . तवा सो तपत धरा मंडल अखंडल औ मारतंड मंडल हवा सो होत भोर तें ।


पुल्लिंग

  • इंद्र , सुरपति पु

    उदाहरण
    . जाय बृजमंडल के बीच मैं अखंडल छा मरजी तिहारी मानि रह्यो बहु भाँति हैं ।

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