akhii meaning in braj

अकही

अकही के ब्रज अर्थ

विशेषण

  • बिना कहे हुए , मौन , चुप , स्तम्भित

    उदाहरण
    . पूरण महिमा को कहि सकही, कहत-कहत सब रहे अकही। प्रि० अकहुवा-अकहुआ—वि० जो कहा न जा सके । अवर्णनीय । अकथनीय । . जाकर नाम अकहुवा भाई । ताकर कही रमनी भाई ।

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