अखूट

अखूट के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

अखूट के हिंदी अर्थ

विशेषण

  • जो तोड़ा या खंडित न किया जा सके, अटूट

    उदाहरण
    . सात दीप सात सिंधु थरक थरक करै जाकै डर टूटत अखूट गढ़ राना के ।

  • जो न घटे या न चुके, अखंड, अक्षय, बहुत, अधिक

    उदाहरण
    . नैना अतिहीं लोभ भरे । संगहिँ संग रहत वै जहँ तहँ बैठत चलत खरे । काहू की परतीति न मानत जानत सबहिनि चोर । लूटत रूप अखूट दाम कौ स्याम बस्य यौँ भोर । . झूट न कहिए साँच को साँच न कहिए झूट । साहब तो मानै नहीं लागै पाप अखूट ।

अखूट के बुंदेली अर्थ

विशेषण, स्त्रीलिंग

  • जो जल्दी खत्म या समाप्त न हो, अखंड, अक्षुण्ण,

    उदाहरण
    . उदा. साधन भोग सजोगरज, मंडन आउ अखूट-चन्दवरदाई।

अखूट के ब्रज अर्थ

विशेषण

  • न टूटने वाला , अटूट
  • न घटने वाला, समाप्त न होने वाला, अपरि- मित , अखण्ड , अक्षय

    उदाहरण
    . लूटत रूप अखूट दाम को, स्याम बस्य यौं

अखूट के मालवी अर्थ

विशेषण

  • जो समाप्त न हो, कम न हो,अक्षय।

सब्सक्राइब कीजिए

आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा