akthan meaning in braj
अकथन के ब्रज अर्थ
पुल्लिंग
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कथन न करना , न कहना , वि० जिसका कथन न किया जा सके , अवर्ण-नीय , अकथनीय, नैन
उदाहरण
. मन बच करि कर्म रहित बेदहु की बानी कहिए जो निवहिबे अकथन कहुँ सोही। सूर स्याम मुख सुचन्द्र, लीनि जुबति मोही।
अकथन के तुकांत शब्द
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