अलोक

अलोक के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

अलोक के हिंदी अर्थ

विशेषण

  • जो देखने में न आए, अदृश्य, जिसका ज्ञान नेत्रों से न हो सके या दिखाई न देने वाला
  • लोक शून्य, निर्जन, एकांत, जहाँ कोई व्यक्ति न रहता हो या व्यक्तियों की संख्या बहुत ही कम हो

    उदाहरण
    . कुछ लोग निर्जन स्थान में निवास करना पसंद करते हैं।

  • पुण्यहीन

संज्ञा, पुल्लिंग

  • आलोक
  • जैन शास्त्रों के अनुसार वह स्थान जहाँ आकाश के अतिरिक्त धर्मास्तिकाय और अधर्मास्तिकाय आदि कोई द्रव्य न हो और जिसमें मोक्षगामी के सिवा और किसी की गति न हो

    उदाहरण
    . अलोक में मोक्षगामी के सिवा और किसी की गति नहीं होती है।

  • किसी पर लगने या लगाया जाने वाला दोष, मिथ्यादोष, कलंक, निंदा

    उदाहरण
    . पुत्र होई कि पुत्रिका यह बात जानि न जाइ। लोक लोकन मैं अलोक न लीजिये रघुराइ। . लक्ष्मण सीय तजी जब ते बन। लोक अलोकन पूरि रहे तन।

  • पातालादि लोक, परलोक, शरीर छोड़ने पर आत्मा को प्राप्त होने वाला लोक

    उदाहरण
    . हमें न चाहते हुए भी परलोक की यात्रा करनी ही पड़ेगी।

  • लोक का अभाव
  • संसार का विनाश

अलोक के गढ़वाली अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • इहलोक-परलोक, मृत्यु लोक और स्वर्गलोक

Noun, Masculine

  • this world and that world.

अलोक के ब्रज अर्थ

विशेषण, पुल्लिंग

  • अदृश्य , छिपा हुआ
  • परलोक , पातालादि लोक
  • कलंक , अपयश

    उदाहरण
    . लोक की लाज औ सोच अलोक को वारिय प्रीति के ऊपर दोऊ।


पुल्लिंग

  • आलोक , प्रकाश
  • चाँदनी

    उदाहरण
    . चंद अलोक तिलोक सुखी यह कोक अभाग सो सोग न छूट ।


सकर्मक क्रिया, सकर्मक

  • देखना , ताकना , अवलोकन करना
  • प्रकाशित करना, आलोकित करना

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