अंगदान

अंगदान के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

अंगदान के हिंदी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • तनुदान, अंगसमर्पण, सुरति, रति (स्त्रियों के लिए प्रयुक्त)
  • युद्ध में आत्म-समर्पण करना, युद्ध से भागना, लड़ाई से पीछे फिरना, पीठ दिखलाना
  • जीवित रहते हुए अथवा मरने के बाद उपयोग में आने लायक नेत्र या गुर्दा आदि अंगों का दूसरे ज़रूरतमंदों को किया जाने वाला दान

अंगदान के कन्नौजी अर्थ

अंग दान

संज्ञा, पुल्लिंग

  • मृत्यु के उपरांत शरीर के विभिन्न अंगों का दान

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