araaj meaning in braj

अराज

अराज के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

अराज के ब्रज अर्थ

विशेषण

  • बिना राजा का (देश)
  • क्षत्रिय-विहीन

संज्ञा, पुल्लिंग

  • अराजकता
  • शासन-विप्लव
  • हलचल
  • बुरा राज, कुराज

    उदाहरण
    . जग अराज ह्र गयो, रिषनि तब अति दुख।

अराज के हिंदी अर्थ

विशेषण

  • जहाँ कोई राजा न हो, बिना राजा का (देश)

    उदाहरण
    . जग अराज ह्वै गयौ रिषिन तब अति दुख पायौ। लै पृथ्वी कौ दान ताहि फिरि बनाहि पठायौ।

  • क्षत्रियों से रहित

संज्ञा, पुल्लिंग

  • अराजकता, शासन विप्लव, हलचल
  • शासनहीन होने की अवस्था
  • राजा का अभाव या राजा न होने की अवस्था

अराज के यौगिक शब्द

संपूर्ण देखिए

सब्सक्राइब कीजिए

आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा