arhat meaning in braj
अर्हत के ब्रज अर्थ
पुल्लिंग
- परम ज्ञानी
- बुद्ध
- तीर्थकर
विशेषण
- पूज्य
अर्हत के हिंदी अर्थ
विशेषण
- प्रसिद्ध; विख्यात
- प्रशंसित
- पूज्य
- पूजा
- सुयोग्य
संज्ञा, पुल्लिंग
- जैनियों के चौबीस उपास्य देवता जो सब देवताओं से श्रेष्ठ और मुक्तिदाता माने जाते हैं
- जिनदेव
- जैनियों के चौबीस उपास्य देवता जो सब देवताओं से श्रेष्ठ और मुक्तिदाता माने जाते हैं
- जैनियों के चौबीस उपास्य देवता जो सब देवताओं से श्रेष्ठ और मुक्तिदाता माने जाते हैं
संज्ञा
- किसी देवी, देवता आदि पर जल, फूल आदि चढ़ाकर या उनके आगे कुछ रखकर किया जाने वाला धार्मिक कार्य
- किसी देवी, देवता आदि पर जल, फूल आदि चढ़ाकर या उनके आगे कुछ रखकर किया जाने वाला धार्मिक कार्य
अर्हत के पर्यायवाची शब्द
संपूर्ण देखिएअर्हत के तुकांत शब्द
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