astikaay meaning in braj
अस्तिकाय के ब्रज अर्थ
पुल्लिंग
- सिद्ध पद थे
अस्तिकाय के हिंदी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
-
जैनशास्त्रानुसार सत्व-विद्या संबंधी वे सिद्ध पदार्थ जो प्रदेशों या स्थानों के अनुसार कहे जाते हैं
विशेष
. ये पाँच हैं- (क) जीवास्तिकाय (ख) पुदगलास्तिकाय (र) धर्मास्तिकाय (घ) अधर्मास्तिकाय और (च) आकाशास्तिकाय
अस्तिकाय के तुकांत शब्द
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