astikeetusanjnaa meaning in hindi

अस्तिकेतुसंज्ञा

  • स्रोत - संस्कृत

अस्तिकेतुसंज्ञा के हिंदी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • ज्योंतिष में वह केतु जिसका उदय पश्चिम भाग में हो और जो उत्तर भाग में फैला हो, इसकी मूर्ति रुक्ष होती है और इसका फल भयप्रद है

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