banvadh meaning in hindi
बनवध के हिंदी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- एक प्राचीन प्रांत , विशेष—इस प्रांत में जौनपूर, आजमगढ़, बनारस और अवध का पश्चिमी भाग संमिलित था , कुछ लोग इसका विस्तार बैसवाड़े से विजयपुर तक और गोरखपुर मे भोजपुर तक भी मानते हैं , इस प्रांत के बारह राजाओं अर्थात (१) विजयपुर के गहरवार, (२) बछगोती के खानजादे, (३)बैसवाड़े के बिसेन, (४) गोरखपुर के श्रीनेत, (५) हरदी के हैहयवशी , (६) डुमराँव के उजैनी, (७) त्योरी भगवानपुर के राजकुमार, (८) अँगोरी के चंदेल, (९) सरुवर के कलहंस, (१०) नगर के गौतम, (११) कुड़वार के हिंदू बछगोती और (१२) मझौली के बिसेन ने मिलकर एक संध बनाया या और निश्चय किया था कि हमलोग सदा परस्पर सहायता करते रहेंगे , ये लोग 'बारहो बनवध' कहलाते थे
बनवध के तुकांत शब्द
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