भाऊ

भाऊ के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

भाऊ के मालवी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • भाई, भ्राता, बन्धु।

भाऊ के हिंदी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • भाई
  • प्रेम, स्नेह, मुहब्बत

    उदाहरण
    . पुनि सप्रेम बोलेउ खग राऊ। जो कृपाल मोहि ऊपर भाऊ।

  • भावना
  • स्वभाव

    उदाहरण
    . महाराज रघुनाथ प्रभाऊ। करउ सकल कारन सति भाऊ।

  • हालत, अवस्था

    उदाहरण
    . पारबती मन उपना चाऊ। देखौ कुँवर केर सत भाऊ। . द्रौपति का प्रतिपाल दुराऊ। ताते होइ सबहि सुख भाऊ।

  • महत्व, महिमा, क़द्र

    उदाहरण
    . का मोर पुरुष रैन कर राऊ। उलू न जान दिवस कर भाऊ।

  • रूप, शक्ल, स्वरूप, आकृति

    उदाहरण
    . केतिक दिवस रहे तब राऊ। मोहित भए मोहनी भाऊ।

  • सत्ता, प्रभाव

    उदाहरण
    . प्रथम अरंभ कौन भाऊ। दूसर प्रगट कीन सो ठाऊ।

  • वृत्ति, विचार

    उदाहरण
    . कहौं सखी आपन सत भाऊ। हौं जो कहत जस रावन राऊ। . बिहँसी धन सुनि के सत भाऊ। हीं रामा तू रावन राऊ।

भाऊ के ब्रज अर्थ

पुल्लिंग

  • प्रेम, प्रीति

    उदाहरण
    . सूर भज हरि जो जिहिं भाऊ मिलत ताहि प्रभु तेहि सुभाऊ।

  • स्वभाव
  • अवस्था
  • भावना
  • महत्व
  • भाना, अच्छा लगना
  • रूप
  • सत्ता
  • वृत्ति

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