bhid meaning in braj
भिद के ब्रज अर्थ
पुल्लिंग
- दे० 'भेद'
अकर्मक क्रिया, अकर्मक
-
छेदा जाना; घुसना, प्रविष्ट होना ; घायल होना
उदाहरण
. सोई गति जान जाके भिदी होय कानं ।
भिद के हिंदी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
-
भेद, अंदर
उदाहरण
. मोक्ष काम गुरु शिष्य़ लखि ताको साधन ज्ञान । वेद उत्त, भाषण लगे जीव ब्रह्म भिद भान । . सम सरूप के माहिं जहाँ समरूप जु निकरै । सो सारूप्प निबध नाहि भिद पहिलों उफरै ।
भिद के तुकांत शब्द
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