भोज

भोज के अर्थ :

भोज के मैथिली अर्थ

  • निमन्त्रित व्यक्ति सभक सामूहिक भोजन
  • श्राद्ध

  • community dinner, party, banquet, feast.
  • feeding Brahmans as a part of funeral rite.

भोज के अँग्रेज़ी अर्थ

Noun, Masculine

  • a banquet
  • feast

भोज के हिंदी अर्थ

संस्कृत ; संज्ञा, पुल्लिंग

  • भाजकट नामक दश , जसे आजकल भोजपुर कहते हैं
  • वहुत से लोगों का एक साथ बैठकर खाना पीना , जेवनार , दावत
  • चंद्रवंशियों के एक वंश का नाम
  • भीज्यपदार्थ , खाने की चीज
  • ज्वार और भाँग के योग से बनी हुई एक प्रकार की शराब जो पूने की ओर मिलती है
  • पुराणनुसार शांति देवी के गर्भ से उत्पन्न वसुदेव के एक पुत्र का नाम
  • महाभारत के अनुसार राजा द्रुह्मु के एक पुंत्र का नाम
  • श्रीकृष्ण के सखा एक स्बाल का नाम

    उदाहरण
    . अर्जुन भोज अरु सुबल श्रीदामा मधुंमंगल इक ताक ।

  • कान्यकुब्ज के एक प्रसिद्ध राजा जो महाराज रामभद्र देव के पुत्र थे , इन्होंने काशमीर तक अधिकार किया था , ये नवीं शताव्दी में हुए थे
  • मालवे के परमारवंशी एक प्रसिद्ध राजा जो संस्कृत के बहुत बड़े विद्वान्, कवि और विद्याप्रेमी थे , इनका काल १० वीं शती का अंत और ११ वीं शती का प्रारंभ माना जाता है

    विशेष
    . ये धारा नगरी के सिंधुल नामक राजा के लड़के थे और इनकी माता का नाम सावित्री था । जब ये पाँच वषं के थे, तभी इनके पिता अपना राज्य और इनके पालनपोषण का भार अपने भाई मुंज पर छोड़कर स्वर्गवासी हुए थे । र्मुज इनकी हत्वा करना चाहता । था, इसलिये उसने बगाल के वत्सराज को बुलाकर उसको इनकी हत्या का भार सौंपा । वत्सराज इन्हें बहाने से देवी के सामने बलि देने के लिये ले गया । बहाँ पहुँचने पर जब भोज को मालूम हुआ कि यहाँ मैं बलि चढ़ाया जाऊँगा, तब उन्होंने अपनी जाँघ चीरकर उसके रक्त से बड़ के एक तै पर दो श्लोक लिखकर वत्सराज को दिए और कहा कि थे मुंज को दे देना । उस समय वत्सराज को इनकी द्दत्या करने का साहस न हुआ और उसने इन्हें अपने यहाँ ले जाकर छिया रखा । जब वत्सराज भोज का कृत्रिम कटा हुआ सिर लेकर मुंज के पास गया, और भोज के श्लोक उसने उन्हें दिए, तब मुंज को बहुत पश्चात्ताप हुआ । मुंज को बहुत विलाप करते देखकर वत्सराज ने उन्हें असल हाल बतला दिया और भोज को लाकर उनके सामने खड़ा कर दिया । मुंजने सारा राज्य भोज को दे दिया और आप सस्त्रीक वन को चले गए । कहते हैं, भोज बहुत बड़े वीर, प्रतापी, पंडित और गुण- ग्राही थे । इन्होंने अनेक देशों पर विजय प्राप्त की थी और कई विषयों के अनेक ग्रंथों का निर्माण किया था । इनका समय १० वीं ११ वीं शताब्दी माना गया है । ये बहुत अच्छे कवि, दार्शनिक और ज्योतिषी थे । सरस्वतीकठाभरण, शृगारमंजरी, चंपूरामायण, चारुचर्या, तत्वप्रकाश, व्यवहार- समुच्चय आदि अनेक ग्रंथ इनके लिखे हुए बतलाए जाते हैं । इनकी सभा सदा बड़े बड़े पंडितों से सुशोभित रहती थी । इनकी स्त्री का नाम लीलावती था जो बहुत बड़ी विदुषी थी ।

भोज के अंगिका अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • जेवनार, समूह में खाना खाना

भोज के अवधी अर्थ

विशेषण

  • भीगा

संज्ञा

  • राजा भोज

भोज के कन्नौजी अर्थ

संस्कृत ; संज्ञा, पुल्लिंग

  • बहुत से लोगों का एक साथ बैठकर खाना
  • कान्यकुब्ज में नवीं शती में हुआ एक प्रतापी नरेश. 2. मालवा का परमार वंशी राजा जो बड़ा पंडित, भौमवार कवि और गुणीजनों का आदर करने वाला था (दसवीं- ग्यारहवीं शती राजा भोज )

भोज के कुमाउँनी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • बहुत लोगों का साथ बैठकर खाना; भोजन-खाना सामूहिक खाना

भोज के गढ़वाली अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • धार्मिक या मांगलिक अवसर पर बनाया गया सामूहिक भोजन, बड़ा भोज; दावत

Noun, Masculine

  • a banquet, a feast, a community feast which is prepared on religious or auspicious occasions.

भोज के बज्जिका अर्थ

संज्ञा

  • उत्सव का भोज

भोज के बुंदेली अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • बड़ी संख्या में लोगों को दी जाने वाली दावत,

भोज के ब्रज अर्थ

पुल्लिंग

  • ज्योनार , पंगति , दावत ; भोज्य पदार्थ ; मदिरा विशेष ;भोजकर नामक एक देश, जिसका आधुनिक नाम भोजपुर है ; चंद्रवंश के एक राजा का नाम ; वसुदेव के एक पुत्र का नाम ; द्रुह्य के पुत्र का नाम, ८. श्रीकृष्ण के एक मित्र ग्वाल का नाम ९. कान्यक

    उदाहरण
    . दुति दिपति देह मनोज है मनु मौज देतनि भोज है।

भोज के मगही अर्थ

अरबी ; संज्ञा

  • (भोजन) अनेक लोगों का साथ किया जाने वाला भोजन, जेवनार, आंझा; विशेष अवसरों पर लोगं को खिलाने का इंतजाम, दावत; खाने-पीने की वस्तु

भोज के मालवी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • दावत, धार का प्रसिद्ध राजा भोज।

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