भृगु

भृगु के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

भृगु के ब्रज अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • एक महर्षि का नाम जिन्होंने सोते हुए भगवान् नारायण पर पाद प्रहार किया था
  • शिव
  • परशुराम
  • शुक्राचार्य
  • जमदग्नि
  • सीधा खड़ा पहाड़

भृगु के हिंदी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • एक प्रसिद्ध मुनि जो शिव के पुत्र माने जाते हैं

    विशेष
    . प्रसिद्ध है कि इन्होंने विष्णु की छाती में लात मारी थी। इन्हीं के वंश में परशुराम जी हुए थे। कहते हैं, इन्हीं 'भृगु' और 'अगिरा' तथा 'कपि' से सारे संसार के मनुष्यों की सृष्टि हुई है। ये सप्तर्षियों में से एक माने जाते हैं। इनकी उत्पत्ति के विषय में महाभारत में लिखा है कि एक बार रुद्र ने एक बड़ा यज्ञ किया था जिसे देखन के लिए बहुत से देवता, उनकी कन्याएँ तथा स्त्रियाँ आदि आई थीं। जब ब्रह्मा उस यज्ञ में आहुति देने लगे, तब देवकन्याओं आदि को देखकर उनका वीर्य स्खलित हो गया। सूर्य ने अपनी किरणों से वह वीर्य खींचकर अग्नि में डाल दिया। उसी वीर्य से अग्निशिखा में से भृगु की उत्पत्ति हुई थी।

    उदाहरण
    . भृगु ने भगवान विष्णु की छाती पर लात मारी और इसके बदले में भगवान विष्णु इनका पैर सहलाने लगे।

  • शिव
  • परशुराम
  • शुक्राचार्य
  • शुक्रवार का दिन
  • कृष्ण
  • जमदग्नि
  • पहाड़ का ऐसा किनारा जहाँ से गिरने पर मनुष्य बिलकुल नीचे आ जाए और बीच में कहीं रुक न सके, सीधी खड़ी चट्टान

भृगु के कुमाउँनी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • ब्रह्मा का मानस पुत्र, भृगु गोत्र का प्रवर्तक, एक ऋषि
  • शुक्राचार्य

भृगु के गढ़वाली अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • शुक्रवार
  • एक प्रसिद्ध मुनि और गोत्र प्रवर्तक ऋषि

Noun, Masculine

  • a famous sage whowas the founder and promoter of a sub-division of caste of the same name, Friday.

भृगु के तुकांत शब्द

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