bisuur meaning in braj
बिसूर के ब्रज अर्थ
अकर्मक क्रिया, अकर्मक
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रोना , सिसक सिसक कर रोना
उदाहरण
. सेज परी मतिराम बिसूरति आई अहो अबही लखि मैं हूँ । -
सोचना
उदाहरण
. मन में चल्यों बिसूरत ये ही, रहै भारे सब नगर सनेही । -
ध्यान में लाना
उदाहरण
. गंग बिसूरत ही पिय को मुख आनन आइ गई पियरी परि गं० २१६/६५
बिसूर के तुकांत शब्द
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