briddhi meaning in braj

बृद्धि

बृद्धि के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

बृद्धि के ब्रज अर्थ

स्त्रीलिंग

  • बढ़ती , अधिकता ; ब्याज; अभ्युदय ; जनन-अशौच ; अष्टवर्ग के अंतर्गत एक लता; राजनीति में अष्टवर्ग का उपचय , अष्टवर्ग ये हैं—कृषि, वाणिज्य, दुर्ग, सेतु, कुजरव धन, कन्याकर, बलादान और सैन्य सन्निवेश , ज्योतिष में ११ वाँ योग

बृद्धि के हिंदी अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • 'वृद्धि'

सब्सक्राइब कीजिए

आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा