britti meaning in braj
बृत्ति के ब्रज अर्थ
विशेषण, स्त्रीलिंग
- बंधन ; वेतन ; जीविका के निर्वाह का उपाय; रोजी ; सूत्रों की व्याख्या ; विवरण ; नाटक के वर्णन की शैली विशेष , ८. व्यवहार , दर्शन के अनुसार चित्त की अवस्था , यह पाँच प्रकार की कही गयी है, यथा-क्षिप्र, मढ़, विक्षिप्त, एकाग्र और निषिद्
- आश्रित , अवलंबित
स्त्रीलिंग
-
आचरण
उदाहरण
. परमार्थ बृत्ति जिन सदा प्रान प्यारी ।
बृत्ति के तुकांत शब्द
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