बूर

बूर के अर्थ :

  • स्रोत - देशज

बूर के गढ़वाली अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • वर्षा के बारीक छींटे; बारीक दाने; कपड़े में खराब बुनाई वाले स्थल

Noun, Masculine

  • sprinkles or splashes of rain; fine grain, thin pieces of grain; faulty weaving.

बूर के हिंदी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • पश्चिम भारत में होने वाली एक प्रकार की घास , खोई

    विशेष
    . इस घास के खाने से गौओं, भैसों, आदि का दूध और दूसरे पशुओं का बल बहुत बढ़ जाता है । इसमें एक प्रकार की गंध होती है ओर यदि गोएँ आदि इसे अधिक खाती हैं तो उनके दूध में भी वही गंध आ जाती है । यह दो प्रकार की होती है । एक सफेद ओर दूसरी लाल । यह सुखाकर 10-15 वर्षों तक रखी जा सकती है ।

    उदाहरण
    . थल मथ्थइ जल बाहिरी, काँइ लबू की बूरि । मीठा बोला घण सहा, सज्जण मूक्या दूरि ।

  • आटे आदि का चोकर , चून की कराई

बूर के कन्नौजी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • घर में बनी मैदा को छानने के बाद बचा हुआ भाग, भूसी

बूर के ब्रज अर्थ

स्त्रीलिंग

  • भूसी, घास विशेष

बूर के मालवी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • चूर्ण, बुर, बारीक रवा।

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