चंपू

चंपू के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

चंपू के ब्रज अर्थ

पुल्लिंग

  • पहाड़ी धान्य विशेष ; गंगाजली

चंपू के हिंदी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • गद्यपद्यमय काव्य, वह काव्यग्रंथ जिसमें गद्य के बीच बीच में पद्य भी हो, ऐसा नाटक या काव्य जिसका कुछ अंश गद्य में हो और कुछ अंश पद्य में

चंपू के अवधी अर्थ

विशेषण

  • सुंदर, विचित्र

चंपू के बुंदेली अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • लोटा

चंपू के मैथिली अर्थ

संज्ञा, आलंकारिक

  • गद्य ओ पद्य दूनम लिखिन काव्य

Noun, Classical

  • poem written in prose and verse both.

चंपू के तुकांत शब्द

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