chanaa meaning in garhwali
चणा के गढ़वाली अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- चना, (chick pea) रबी की फसल में होने वाला प्रसिद्ध द्विदल अन्न; इस अन्न का पौधा
Noun, Masculine
- gram. Cicer arietinum.
चणा के अँग्रेज़ी अर्थ
Noun, Masculine
- gram
चणा के हिंदी अर्थ
चना
संस्कृत ; संज्ञा, पुल्लिंग
-
चैती फसल का एक प्रधान अन्न जिसका पौधा हाथ ड़ेढ़े हाथ तक ऊँचा होता है
विशेष
. इसकी छोटी कोमल पत्तियाँ कुछ खटाई और खार लिए होती हैं और खाने में बहुत स्वदिष्ट होतो हैं । इस अन्न के दाने प्रायः गोल होते हैं और इसके ऊपर का छिलका उतार देने पर अंदर से दो दालें निकलती हैं, जो ओर दालो की तरह उबालकर खाई जाती हैं । यह इनेक प्रकार से खाने के काम आता है । ताजा चना लोग कच्चा भी खाते है; और सूखा चना भाड़ में भूनकर खाया जाता है । इससे कई तरह की मिठाइयाँ और खाने की नमकीन चीजें बनती हैं । यह वहुत बलवर्द्धक और पुष्टिदायक समझा जाता है, पर कुछ गुरुपाक होता है । भारत में यह घोड़ों और दूसरे चौपायो की बलिष्ठ करने के लिये दिया जाता है । वैद्यक में इसे मधुर रूखा और मेह, कृमि तथा रकतपित्त नाशक, दीपन, रुचि तथा बलकारक माना गया है । इसे बूट, छोले और रहिला भी कहते हैं ।उदाहरण
. चने का सत्तू बहुत ही स्वादिष्ट होता है । . किसान खेत में चने की सिंचाई कर रहा है ।
चणा के पर्यायवाची शब्द
संपूर्ण देखिएचणा के यौगिक शब्द
संपूर्ण देखिएचणा से संबंधित मुहावरे
चणा के अंगिका अर्थ
चना
संज्ञा, पुल्लिंग
- चनक, वूट, रहिला, बदाम
चणा के अवधी अर्थ
चना
संज्ञा, पुल्लिंग
- प्रसिद्ध अन
चणा के कन्नौजी अर्थ
चना
संज्ञा, पुल्लिंग
- चैती फसल का एक प्रधान अन्न जो कई रूपों में खाया जाता है
चणा के कुमाउँनी अर्थ
चना
संज्ञा, पुल्लिंग
- चन्द, दे०चन्द्रमा 'दुतिया की जून जसी, पुंन्यो कसी, चना, (मालूसाही)
चणा के बुंदेली अर्थ
चना
संज्ञा, पुल्लिंग
- एक अनाज जिसका सबसे अधिक विधियों से उपयोग होता है, चणक,
चणा के ब्रज अर्थ
चना
पुल्लिंग
- एक अन्न विशेष , छोले
चणा के मगही अर्थ
चना
हिंदी ; संज्ञा
- एक प्रसिद्ध सुलभ एवं पौष्टिक चैती अन्न जिसे अनेक प्रकार से खाते हैं, बूंट, छोला
चणा के मालवी अर्थ
चना
संज्ञा, पुल्लिंग
- चने, बूँटे, छोला।
चना के तुकांत शब्द
संपूर्ण देखिए
सब्सक्राइब कीजिए
आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।
क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा