चनार

चनार के अर्थ :

  • स्रोत - फ़ारसी
  • अथवा - चन्नार, चिनार, छिनाल

चनार के गढ़वाली अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • हावभाव या इशारों से अपने मन की बात बताने वाली स्त्री, चेष्टा व इशारे से नीयत का आभास देने वाली स्त्री, व्यभिचारिणी (स्त्री)

Noun, Feminine

  • reflection of desire and intention by action and body language, a woman of flirtatious behaviour.

चनार के अँग्रेज़ी अर्थ

Noun, Masculine

  • a kind of tall beautiful tree (generally found in the hills)

चनार के हिंदी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • एक प्रकार का बहुत ऊँचा पेड़ जो उत्तर भारत, विशेषतः काश्मीर में बहुत अधिकता से होता है

    विशेष
    . इसके पत्ते पंजे के आकार के होते हैं और जाड़े में बिलकुल झड़ जाते है । इसकी लकड़ी पीलापन लिए सफेद रंग की और बहुत मजबूत होती है । यह बहुत देर में जलती है और मेज कुरसियाँ आदि बनाने के काम आती है ।

सब्सक्राइब कीजिए

आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा