chay meaning in braj
चय के ब्रज अर्थ
पुल्लिंग
- समूह , ढेर ; टीला , ढूह ; किला , दुर्ग; नींव ; चबूतरा ; चौकी ; यज्ञ में अग्नि का विशेष संस्कार
चय के हिंदी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- समूह, ढेर, राशि
- धुस्स, टीला, ढूह
- गढ़, किला
- किसी किले या शहर के चारों ओर रक्षा के लिये बनाई हुई दीवार, धुस, कोट, चहार— दीवारी, प्राकार
- बुनियाद जिसके ऊपर दीवार बनाई जाती है, नींव
- चबूतरा
- चौकी, ऊँचा आसन
- कफ, वात या पित्त की विशेष अवस्था
- यज्ञ के लिये अग्नि आदि का एक विशेष संस्कार, चयन,
- दुर्ग का द्वार या फाटक
- तिपाई
- लकड़ों का ढेर
- आवरण
- त्रिदोषों में से वात, पित्त या कफ किसी एक का उभर जाना
चय के पर्यायवाची शब्द
संपूर्ण देखिएचय के अंगिका अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- ढेर, समूह गढ़ कोटा
चय के अवधी अर्थ
- हाथी को आगे बढ़ाने के लिए कहा गया शब्द जो महावत प्रायः प्रयोग करता है। दूसरे शब्द हैं "धत" "मलि" (दे०)
चय के मैथिली अर्थ
संज्ञा, आलंकारिक
- संग्रह. सकलन
Noun, Classical
- collection.
सब्सक्राइब कीजिए
आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।
क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा