छो

छो के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

छो के ब्रज अर्थ

  • स्नेह , प्रीति
  • दया , ममता ; क्षोभ
  • क्रोध
  • स्नेह करना; क्षुब्ध होना ; भूलना ; मोहित होना

छो के हिंदी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • छोह, प्रेम, प्रीति, चाह
  • दया, कृपा
  • क्रोधजनित दुःख, क्षोभ, कोप, गुस्सा, क्रि॰ प्र॰—करना, —होना, —रखना

छो के अंगिका अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • छोर, प्रीति दया, क्षेम

छो के गढ़वाली अर्थ

अव्यय

  • लोकगीत में लय के लिये प्रयोग किया जाने वाला शब्द

Inexhaustible

  • a single letter word used in Garhwali folk song to complete the rhythm while singing and dancing.

छो के मालवी अर्थ

अव्यय

  • छह, चाहे जो भी हो. होने दो, गाँव नाम।

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