चीक

चीक के अर्थ :

चीक के मैथिली अर्थ

  • दे. चिक

चीक के हिंदी अर्थ

संस्कृत ; संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • पीड़ा या कष्ट आदि के कारण बहुत जोर से चिल्लाने का शब्द, चिल्लाहट, चिल्लाने पर निकलने वाली आवाज, चीख

हिंदी ; संज्ञा, पुल्लिंग

  • मांस बेचनेवाला , कसाई , बूचर

    विशेष
    . प्रायः बूचरों की दूकानों पर आड़ के लिये चिकें टँगी रहती है, इसी से उन्हें चीक कहते हैं ।


संस्कृत ; संज्ञा, पुल्लिंग

  • 'कीच' या 'कीचड़'

चीक के अंगिका अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • चीख, चीत्कार, कसाई, कसाल के जैसा एक घास जिसका चटाई बनता है

चीक के अवधी अर्थ

संज्ञा

  • बकरा काटने व उसका मांस बेचने वाला

चीक के गढ़वाली अर्थ

चीख

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • चीख-पुकार, चीत्कार

Noun, Feminine

  • a scream, shriek, screech, shouting.

चीक के ब्रज अर्थ

अकर्मक क्रिया

  • चीखना , चिल्लाना

सब्सक्राइब कीजिए

आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा