चोल

चोल के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

चोल के हिंदी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • एक प्राचीन देश का नाम

    विशेष
    . इसका विस्तार मद्रास प्रांत के वर्तमान कोयंबतूर, त्रिचनापल्ली और तंजौर आदि से मैसूर के आधे दक्षिणी भाग तक था। रामायण और महाभारत आदि में इस देश का ज़िक्र आया है।

  • उक्त देश का निवासी
  • स्त्रियों के पहनने की एक प्रकार की अँगिया, चोली
  • कुरते के ढंग का एक प्रकार का बहुत लंबा पहनावा जिसे चोला कहते हैं
  • मजीठ
  • छाल, वल्कल
  • कवच, जिरह बकतर
  • एक प्राचीन देश

    उदाहरण
    . चोल भारत के दक्षिण में था ।

  • चोल देश का निवासी

    उदाहरण
    . चोल बहुत बहादुर होते थे ।

  • वह ऊपरी परत जिसके अंदर या नीचे कोई जीव रहता हो
  • साधुओं-फकीरों आदि का ढीला-ढाला और लम्बा पहनावा
  • स्त्रियों के पहनने की एक प्रकार की छोटी कुर्ती
  • फल, बीज आदि का आवरण

विशेषण

  • मजीठ का रंग, लाल (रंग)

    उदाहरण
    . ढोला ढीली हर मुझ, दीठउ घणो जमेह। चोल बरन्न कप्पड़े, सावर धन आमेह।

  • चोल (सं.) दक्षिण भारत के एक प्राचीन देश का नाम
  • उक्त देश का निवासी
  • स्त्रियों के पहनने की एक प्रकार की अँगिया; चोली
  • कुरते के ढंग का एक प्रकार लंबा पहनावा जिसे चोला कहते हैं
  • मंजीठ
  • छाल; वल्कल
  • कवच

चोल के पर्यायवाची शब्द

संपूर्ण देखिए

चोल के यौगिक शब्द

संपूर्ण देखिए

चोल के ब्रज अर्थ

पुल्लिंग

  • मजीठ

    उदाहरण
    . फीको पर न बरु फट, रंग्यौ चोल-रंग चीरु ।


  • अॅगिया

चोल के मैथिली अर्थ

संज्ञा

  • दुलार, लाड

Noun

  • love.

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