daivata-sa.nyoga-khyaapan meaning in hindi

दैवत-संयोग-ख्यापन

  • स्रोत - संस्कृत

दैवत-संयोग-ख्यापन के हिंदी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • किसी देवी देवता के साथ संबंध प्रसिद्ध करना , यह बात फैलाना कि हमें अमुक देवता इष्ट है या अमुक देवता ने हमें विजय प्राप्त करने का आशीर्वाद दिया है या युद्ध में अमुक देवता हमारी सहायता पर हैं

    विशेष
    . कौटिल्य ने अपने पक्ष की सेना को उत्साहित और शत्रु सेना को उद्विग्न तथा हतोत्साहित करने के लिये यह नीति या ढंग बतलाया है । उसने कई प्रयोग कहे हैं । सुरंग के द्वारा देवमूर्ति के नीचे पहुँचकर कुछ बोलना, रात में सहसा प्रकाश दिखाना, पानी के ऊपर रात को रस्सी में बँधी कोई वस्तु तैरा कर फिर उसे गायब कर देना ।

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