देवकी

देवकी के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

देवकी के हिंदी अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • (पुराण) वसुदेव की पत्नी और कृष्ण की माता; कंस की चचेरी बहन

    विशेष
    . जब वसुदेव के साथ इसका विवाह हुआ तब नारद ने आकर मथुरा के राजा कंस से कहा कि मथुरा में तुम्हारी जो चचेरी बहन देवकी है, उसके आठवें गर्भ से एक ऐसा बालक उत्पन्न होगा जो तुम्हारा वध करेगा । कंस ने एक एक करके देवकी के छह बच्चों को मरवा डाला । जब सातवाँ शिशु गर्भ में आया तब योगमाया ने अपनी शक्ति से उस शिशु को देवकी के गर्भ से आकर्षित करके रोहिणी के गर्भ में कर दिया । आठवें गर्भ के समय देवकी पर कड़ा पहरा बैठाया गया । आठवें महीने में भादों बदी अष्टमी की रात को देवकी के गर्भ से श्रीकृष्ण का जन्म हुआ । उसी रात को यशोदा को एक कन्या हुई । वसुदेव रातोंरात देवकी के शिशु श्रीकृषण को यशोदा को दे आए और यशोदा की कन्या को लाकर उन्होंने देवकी के पास सुला दिया । कंस ने उस कन्या का वध करने के लिये उसे पटक दिया । कहते हैं, कन्या, जो योगमाया थी, उसके हाथ से छुटकर आकाशमार्ग से उड़कर विंध्य पर्वत पर आई । इधर कृष्ण यशोदा के यहाँ बड़े हुए । दे॰ 'कृष्ण' ।

देवकी के यौगिक शब्द

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देवकी के अवधी अर्थ

संज्ञा

  • कृष्ण की माता

देवकी के कन्नौजी अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • वसुदेव की पत्नी और श्रीकृष्ण का माँ

देवकी के तुकांत शब्द

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