देवता

देवता के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

देवता के अंगिका अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • स्वर्ग में रहने वाला देव

संज्ञा, पुल्लिंग

  • 'देखें' देव

देवता के अँग्रेज़ी अर्थ

Noun, Masculine

  • a god, deity
  • divine being

देवता के हिंदी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • स्वर्ग में रहनेवाला अमर प्राणी

    विशेष
    . वेदों में देवता से कई प्रकार के भाव लिए गए हैं । साधारणत:वेदमंत्रों के जितने विषय हैं वे देवता कहलाते हैं । सिल, लोढ़े, मूसल, ओखली, नदी पहाड़ इत्यादि से लेकर घोड़े, मेंढक, मनुष्य (नाराशंस), इंद्र, वरुण, आदित्य इत्यादि तक वेदमंत्रों के देवता हैं । कात्यायन ने अनुक्रमणिका में मंत्र के वाच्य विषेय को ही उसका देवता कहा है । निरुक्तकार यास्क ने 'देवता शब्द को दान, दोपन और द्युस्थान- गत होने से निकाला है । देवताओं के संबंध में प्राचीनों के चार मत पाए जाते हैं—ऐतिहासिक, याज्ञिक, नैरुक्तिक और आध्यात्मिक । ऐतिहासिकों के मत से प्रत्येक मंत्र भिन्न भिन्न घटनाओं या पदार्थों को लेकर बना है । याज्ञिक लोग मंत्र ही को देवता मानते हैं जैसा जैमिनि ने मीमांसा में स्पष्ट किया है । मीमांसा दर्शन के अनुसार देवताओं का कोई रूपविग्रह आदि नहीं, वे मंत्रात्मक हैं । याजिकों ने देवताओं को दो श्रेणियों में विभक्त किया है ।—सीमप और असीमप । अष्टुवसु, एकादश रुद्र, द्बादश आदित्य, प्रजापति और वषट्कार ये ३३ सोमप देवता कहलाते है । एकादश प्रयाजा, एकादश अनुयाजा और एकदश उपयाजा ये अमोमय देवता कहलाते है । सोमपायी देवता सोम से संतुष्ट हो जाते है और असीमपयी यज्ञपशु सें संतुष्ट होते है । नैरुक्तक लोग स्थान के अनुसार देवता लेते है और तीन ही देवता मानते हैं; अर्थात् पृथिवी का अग्नि, अंतरिक्ष का इंद्ग या वायु और द्युस्थान का सूर्य । बाकी देवता या तो इन्हीं तीनों के अंतर्भूत हैं अथवा होता, अध्वर्यु , ब्रह्या, उग्दाता आदि के कर्मभेद के लिये इन्हीं तीनें के अलग अलग निम हैं । ऋवेद में कुछ ऐसे मंत्र भी हैं जिनमें भिन्न देवताओं की एक ही के अनेक नाम कहा है, जैसे, बृद्धिमान लोग इंद्र, मित्र, वरुण और अग्नि कहते है

  • इनके एक होने पर भी इन्हें बहुत बतलाते हैं , (ऋग्वेद १ , १६४ , ४६) ये ही मंत्र आध्यात्मिक पक्ष या वेदांत के मूल बीज है , उपनिषदों में इन्हीं के अनुसार एक ब्रह्म की भावना की गई है

देवता के पर्यायवाची शब्द

संपूर्ण देखिए

देवता के मैथिली अर्थ

संज्ञा

  • ओ देवता जनिक मन्त्र गुरुसँ लेल गेल हो

संज्ञा

  • ईश्वरक विभिन्न रूप

Noun

  • the deity whose मन्त्र is recieve from guru.

Noun

  • deity.

अन्य भारतीय भाषाओं में देवता के समान शब्द

उर्दू अर्थ :

उलूहियत - الوہیت

देवता - دیوتا

पंजाबी अर्थ :

दिउता - ਦਿਉਤਾ

देवता - ਦੇਵਤਾ

गुजराती अर्थ :

देवता - દેવતા

देव - દેવ

प्रतिमा - પ્રતિમા

कोंकणी अर्थ :

देव

देवाची प्रतिमा

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