ढ के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

ढ के बुंदेली अर्थ

  • हिन्दी वर्णमाला देवनागरी लिपि का ट वर्ग का चतुर्थ वर्ण, इसका उच्चारण स्थान मूर्धा है

ढ के अँग्रेज़ी अर्थ

Noun

  • the fourth letter of the third pentad (i.e. टवर्ग) of the Devna:gri: alphabet

ढ के हिंदी अर्थ

संज्ञा

  • हिंदी वर्णमाला का चौदहवाँ ब्यंजन और वर्ग का चौथा अक्षर, इसका उच्चारण स्थान मृर्द्धा है

संज्ञा, पुल्लिंग

  • बड़ा ढोल
  • कुत्ता
  • कुत्ते की पूँछ
  • ध्वनि, नाद
  • साँप

ढ के अंगिका अर्थ

ढ:

  • ई अंगिका वर्णमाला केरों चौदहवाँ व्यंजन वर्ण तथा टवर्ग का चौथा वर्ण छेकय । ऐकरों उच्चारण स्थान मूद्धा छै

ढ के कन्नौजी अर्थ

  • देवनागरी वर्णमाला में 'ट' वर्ग का चौथा वर्ण, जिसका उच्चारण स्थान मूर्द्धा है

ढ के गढ़वाली अर्थ

  • देवनागरी वर्णमाला का चौदहवां व्यंजन वर्ण
  • the fourteenth consonant of the Devanagari alphabet.

ढ के ब्रज अर्थ

  • नागरी वर्णमाला में ट वर्ग का चतुर्थ व्यंजन

पुल्लिंग

  • बड़ा ढोल ; कुत्ता; कुत्ते की दुम ; ध्वनि ; सर्प

ढ के मैथिली अर्थ

  • वर्णमालाक चौदहम व्यञ्जन
  • 14th consonant of alphabet.

ढ के मालवी अर्थ

  • ट वर्ग का अक्षर।

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