धव

धव के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

धव के हिंदी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • एक जंगली पेड़ जिसकी पत्तियाँ अमरूद या शरीफे की पत्तियों जैसी होती हैं

    विशेष
    . इसकी छाल सफेद और चिकनी तथा हीर की लकड़ी बहुत कड़ी और चमकीली होती है । फल छोटे छोटे होते हैं । इसकी कई जातियाँ होती हैं जो हिमालय की तराई से लेकर दक्षिण भारत तक पाई जाती हैं । बड़ी जाति का जो पेड़ होता है उसे धौरा या बासली कहते हैं । इसकी लकड़ी बहुत मजबूत होती है और नाव, खेती के सामान आदि बनाने के काम में आती है । कोयला भी इसका बहुत अच्छा होता है । पत्तियों से चमड़ा सिझाया और कमाया जाता है । इसके पेड़ से एक प्रकार का गोंद निकलता है जिसे छींट छापनेवाले काम में लाते हैं । छोटी जाति का पेड़ विंध्य पर्वत पर तथा दक्षिण भारत की ओर होता है । धव के नाम से प्रायः यही अधिक प्रसिद्ध है और दवा के काम में आता है । वैद्यक में धव चरपरा कसैला, कफवातनाशक, पित्तनाशक, दीपन, रुचिवर्धक और पांडुरोग को दूर करनेवाला माना जाता है । पत्ती, फल और जड़ तीनों दवा के काम में आते हैं ।

    उदाहरण
    . कुतक खिदर धव काठरा, विदर पजावण वेस ।

  • पति , स्वामी , जैसे, माधव
  • पुरुष , मर्द
  • धूर्त , आदमी
  • एक वसु का नाम

धव के पर्यायवाची शब्द

संपूर्ण देखिए

धव के अंगिका अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • पति, स्वामी, एक पेड़ जिसकी जड़ फूल पत्ती आदि दवा के काम आते हैं

सब्सक्राइब कीजिए

आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा