durishT meaning in hindi
दुरिष्ट के हिंदी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
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पाप , पातक
विशेष
. उशना की स्मृति में पातकों को दुरिष्ट और उपपातकों को दुरित कहा गया है । -
वह यज्ञ जो मारण, मोहन, उच्चाटन आदि अभिचारों के लिये किया जाय
विशेष
. स्मृति पुराण आदि में ऐसा यज्ञ करना महापाप लिखा है । विष्णुपुराण में लिखा है कि देवता, ब्राह्मण और पितरों से द्वेष करनेवाला, दुरिष्ट यज्ञ करनेवाला, कृमिभक्ष और कृमीश नरक में जाते हैं ।
दुरिष्ट के पर्यायवाची शब्द
संपूर्ण देखिएदुरिष्ट के तुकांत शब्द
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