एहो

एहो के अर्थ :

एहो के हिंदी अर्थ

हिंदी ; अव्यय

  • संबोधन शब्द , हे , ऐ , ऐ—संस्कृत वर्णमाला का बारहवाँ और हिंदी या देवनागरी वर्णमाला का नवाँ स्वर वर्ण , इसका उच्चारण स्थान कंठ और तालु है , विशेष—हिंदी में इसका उच्चारण दो ढंग से होता है , संस्कृत या तत्सम श्बदों में तो 'ए' का उच्चारण संस्कृत के अनुसार ही कुछ 'इ' लिए हुए 'अइ' के ऐसा होता है, जैसे 'ऐरावत' , पर हिंदी शब्दों में इसका उच्चारण 'य' लिए 'अय्' की तरह होता है, जैसे—'ऐसा' , यह प्रवृत्ति पश्चिम की है , पूरब की प्रांतिक बोलियों में या मराठीभाषी आदि के हिंदी उच्चारण में 'ऐसा' में भी 'ऐ' का उच्चारण संस्कृत ही की तरह रहता है

एहो के बज्जिका अर्थ

सर्वनाम

  • सम्बोधन शब्द हे, अरे, ओ, ऐ,

एहो के बुंदेली अर्थ

अंग्रेज़ी, हिंदी

एहो के ब्रज अर्थ

  • हे , अरे , सम्बोधन सूचक अव्यय

    उदाहरण
    . एहो सुजान सनेही कहाय दई कित बोरत हो बिन पानी ।

एहो के भोजपुरी अर्थ

अव्यय

  • संबोधनद्योतक शब्द;

    उदाहरण
    . एहो, कहाँ जात बाड़

Inexhaustible

  • an addressing--0, hey, ho.

एहो के मगही अर्थ

अव्यय

  • पुकारने या संबोधन का शब्द, अहो, ओ

एहो के तुकांत शब्द

संपूर्ण देखिए

सब्सक्राइब कीजिए

आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा