ga.n.Dharaa meaning in awadhi

गँड़रा

गँड़रा के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

गँड़रा के अवधी अर्थ

  • एक घास जिसकी जड़ बहुत मज़बूत (गड़कब-गड़िआब) होती है, खस का एक प्रकार जो पानी से दूर भी होता है

गँड़रा के हिंदी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • मूँज की तरह की एक घास जो तर जमीन में होती है

    विशेष
    . इसकी पत्तियाँ आध अंगुल चौड़ी और हाथ डेढ़ हाथ लंबी होती हैं । यह उँचाई में दी फुट से पाँच छह फुट तक होती है । इसके डंठल के बीच से डेढ़ दो हाथ लंबी पतली सींक निकलती है जो सूखने पर सुनहले रंग की ही जाती है । सींक के सिरे पर जीरे लगते हैं । ये जीरे कुआर के महीने में फूटते हैं । पूस तक यह धास सूखने लगती है । किसान हरी सींकी को निकाल लेते हैं और उन्हें झाड़ू बनाने और डब्बे, पिटारियाँ आदि बुनने के काम में लाते हैं । इसे फागुन, चैत में लोग काटते हैं और इसके डंठलों से छप्पर आदि छाते हैं । इसकी चटाइयाँ भीं बनती हैं । इसकी जड़ में सोंधी सहक होती है और वह खस कहलाती है । खस की टट्टियाँ बनती हैं तथा इससे इत्र निकाला जाता है ।

  • एक धान का नाम जो भादों कुआर में तैयार होता है

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