gijaa.ii meaning in kannauji

गिजाई

गिजाई के अर्थ :

गिजाई के कन्नौजी अर्थ

  • देखिए : गिंजाई

गिजाई के हिंदी अर्थ

संस्कृत ; संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • एक प्रकार का कीड़ा जो बरसात में पैदा होता है , ग्वालिन , घिनौरी

    विशेष
    . यह लगभग दो अंगुल से चार अंगुल तर लंबा होता है । कनखजूरे की भाँति इसके भी बहुत से पैर होते हैं । एक ही स्थान पर इसके ढेर के ढेर पड़े मिलते हैं । कभी कभी कोई कीड़ा एक दूसरे की पीठ पर सवार भी देखा जाता है, इससे इसे घोड़सवार भी कहते हैं । यदि कोई पशु धोखे से इसे खा जाय, तो वह तुरंत मर जाता है । ये कीड़े वर्षा के आरंभ में पैदा होतो हैं, और ऐसा कहा जाता है कि हाथिया नक्षत्र के बरसने पर मर जातै हैं ।

    उदाहरण
    . चित्रकेतु गज वैं जनमा । रानी सकल गिंजाई बन मा । पग तर पीसि गई मरि जोई । विष दै बदला लीन्हेनि सोई—विश्राम (शब्द॰) ।


हिंदी ; संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • 'गिजई'

गिजाई के तुकांत शब्द

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