हाँसी

हाँसी के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

हाँसी के मालवी अर्थ

  • मजाक, ठट्टा, हँसी, खिल्ली।

हाँसी के हिंदी अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • हँसी, हँसने की क्रिया या भाव
  • परिहास, हँसी ठट्ठा, दिल्लगी, मजाक, ठठोली

    उदाहरण
    . हमरे प्रान अघात होत हैं, तुम जानत हौ हाँसी । . निर्गुन कौन देस को बासी । ऊधो ! निकु हमहिं समुझा- वहु, बूझति साँच न हाँसी ।

  • उपहास, निंदा

    उदाहरण
    . जेते ऐंड़दार दरबार सरदार सब ऊपर प्रताप दिल्लीपति को अभंग भो । मतिराम कहै करवाल के कसैया केते गाड़र से मूँड़, जह हाँसी को प्रसंग भो । . ऊधो, कही सो बहुरि न कहियो । हाँसी होन लगी या ब्रज में, अनबोले ही रहियो ।

हाँसी के कन्नौजी अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • हँसने की क्रिया, हँसी. 2. मजाक, दिल्लगी, परिहास. 3. बदनामी, निंदा, उपहास

हाँसी के बुंदेली अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • हँसी, मजाक,

हाँसी के ब्रज अर्थ

स्त्रीलिंग

  • हँसी , परिहास , ठठोलो

    उदाहरण
    . सूर स्याम को यहै परेखो इक दुख दूजे हाँसी ।

  • निंदा

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