hartaaleshvar meaning in hindi
हरतालेश्वर के हिंदी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
-
एक रसौषध जो हरताल के योग से बनती है
विशेष
. पहले पुनर्नवा (गदहपूरना) के रस से हरताल को खरल करके टिकिया बनाते हैं। फिर उस टिकिया को पुनर्नवा की राख में रखकर मिट्टी के बर्तन में डाल मंद आँच पर चढ़ा देते हैं। इस प्रकार पाँच दिन तक वह टिकिया पकती है; फिर ठंढी करके रख ली जाती है। इस भस्म की एक स्त्री गिलोय के काढ़े के साथ सेवन करने से वातरक्त, अठारह प्रकार के कुष्ठ, फिरंग वात, विसर्प और फोड़े आराम हो जाते हैं।
सब्सक्राइब कीजिए
आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।
क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा