hetu meaning in maithili
हेतु के मैथिली अर्थ
संज्ञा
- कारण, ओजह
- तर्क, युक्ति
- प्रयोजन निमित्त
- purpose.
Noun
- cause.
- reason, justification.
हेतु के अँग्रेज़ी अर्थ
Noun, Masculine
- reason, cause
- motive
हेतु के हिंदी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- लगाव, प्रेम संबंध
-
प्रेम, प्रीति, अनुराग
उदाहरण
. पति हिय हेतु अधिक अनुमानी । बिहँसि उमा बोली प्रिय बानी । - वह बात जिसे ध्यान में रखकर कोई दूसरी बात की जाय , प्रेरक भाव , अभिप्राय , लक्ष्य , उद्देश्य जैसे,—(क) उसके आने का हेतु क्या है ? (ख) तुम किस हेतु वहाँ जाते हो ?
-
वह बात जिसके होने से ही कोई दूसरी बात हो , कारक या उत्पादक विषय , कारण , वजह , सबब , जैसे,—दूध बिगड़ने का हेतु यही है
उदाहरण
. केहि हेतु रानि रिसाति परसत पानि पतिहि निवारई । . कौन हेतु वन बिचरहु स्वामी ? —तुलसी (शब्द॰) । -
वह व्यक्ति या वस्तु जिसके होने से कोई बात हो , कारक व्यक्ति या वस्तु , उत्पन्न करनेवाला व्यक्ति या वस्तु
उदाहरण
. महों सकल अनरथ कर हेतू । -
वह बात जिसके होने से कोई दूसरी बात सिद्ध हो , प्रमाणित करनेवाली बात , ज्ञापक विषय , जैसे,—जो हेतु तुमने दिया, उससे यह सिद्ध नहीं होता
विशेष
. न्याय में तर्क के पाँच अवयवों में से 'हेतु' दूसरा अवयव है, जिसका लक्षण है—उदाहरण के साधर्म्य या वैधर्म्य से साध्य के धर्म का साधन । जैसे,—प्रतिज्ञा—यह पर्वत वह्निमान् है । हेतु—क्योंकि वह धूमवान् है । उ॰—जो धूमवान् होता है, वह वह्निमान् होता है; जैसे,—रसोईंघर । - तर्क , दलील
-
मूल कारण , (बौद्ध)
विशेष
. बौद्ध दर्शन में मूल कारण के 'हेतु' तथा अन्य कारणों को प्रत्यय कहते हैं । - बाह्म संसार और उसका विषय , बाह्य जगत् और चेतना (को॰)
- मूल्य , दाम , अर्घ (को॰) ९
-
एक अर्थालंकार जिसमें हेतु और हेतुमान् का अभेद से कथन होता है, अर्थात् कारण ही कार्य कह दिया जाता है , जैसे,—घृत ही बल है
विशेष
. ऊपर दिया हुआ लक्षण रुद्रट का है, जिसे साहित्य- दर्पणकार ने भी माना है । कुछ आचार्यों ने किसी चमत्कार- पूर्ण हेतु के कथन को ही 'हेतु' अलंकार माना है और किसी किसी ने उसको काव्यलिंग भी कहा है ।उदाहरण
. मो संपति जदुपति सदा बिपति बिदारनहार । (शब्द॰) ।
हेतु के पर्यायवाची शब्द
संपूर्ण देखिएहेतु के यौगिक शब्द
संपूर्ण देखिएहेतु के ब्रज अर्थ
पुल्लिंग
- कारण , तर्क ; न्याय शास्त्र का पारिभाषिक शब्द
-
अनुराग, प्रोप्ति
उदाहरण
. मोहि महराज आप नीके पहिचान, रानी जान कीयों जाने हेतु लछन कुमार को ।
हेतु के तुकांत शब्द
संपूर्ण देखिए
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