hiin-kram meaning in hindi
हीन-क्रम के हिंदी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
-
काव्य में एक दोष जो क्रमभंग होने पर माना जाता है
विशेष
. काव्य में हीनक्रम दोष उस स्थान पर माना जाता है जहाँ जिस क्रम से गुण गिनाए गए हों, उसी क्रम से गुणी न गिनाए जायँ । जैसे,—जग की रचना कहि कौन करी । केइ राखन कीजिय पैजधरी । अतिं कोपि कै कौन सँहार करै । हरिजू, हर जू, विधि बुद्धि ररै । यहाँ प्रश्नों के क्रम से उत्तर इस प्रकार होना चाहिए था—विधि जू, हरि जू, हर बुद्धि ररै । पर वैसा न होकर क्रम का भंग कर दिया गया है।
सब्सक्राइब कीजिए
आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।
क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा