hindii meaning in angika
हिन्दी के अंगिका अर्थ
संज्ञा, स्त्रीलिंग
- भारतवर्ष की बोली
हिन्दी के अँग्रेज़ी अर्थ
Adjective
- belonging or relating to India, Indian
Noun, Masculine
- the Hindi language
- belonging or relating to India
- a kind of Indian agarwood
हिन्दी के हिंदी अर्थ
हिंदी
विशेषण
- भारत का मूल या स्थानांतरित निवासी जिसे वहाँ की संस्कृति, धर्म, भाषा आदि विरासत में मिली हुई हो, हिंदुस्तान का, भारतीय
-
हिंदी भाषा का या हिंदी से संबंधित
उदाहरण
. मैं हिंदी फ़िल्में देखना पसंद करता हूँ। - भारत का या भारत से संबंध रखने वाला
संज्ञा, पुल्लिंग
-
हिंद का रहने वाला, हिंदुस्तान या भारतवर्ष का निवासी, भारतवासी
उदाहरण
. मालिक व आदम व जिन्नो परी। हबशी हिंदी व खैबर और ततरी। . विदेशों में रहने वाले हिंदीभाषियों को अपने देश का ऋण अवश्य चुकाना चाहिए। - ऊद की एक प्रकार का नाम
संज्ञा, स्त्रीलिंग
-
हिंदुस्तान के उत्तरी या प्रधान भाग की भाषा जिसके अंतर्गत कई बोलियाँ हैं और जो बहुत से अंशों से सारे देश की एक सामान्य भाषा मानी जाती है, हिंदुस्तान की भाषा, भारतवर्ष की बोली
विशेष
. मुसलमान पहले पहल उत्तरी भारत में ही आकर जमे और दिल्ली, आगरा और जौनपुर आदि उनकी राजधानियाँ हुई। इसी से उत्तरी भारत में प्रचलित भाषा को ही उन्होंने 'हिंदवी' या 'हिंदी' कहा। काव्यभाषा के रूप में शौरसेनी या नागर अपभ्रंश से विकसित भाषा का प्रचार तो मुसलमानों के आने के पहले ही से सारे उत्तरी भारत में था। मुसलमानों ने आकर दिल्ली और मेरठ के आसपास की भाषा को अपनाया और उसका प्रचार बढ़ाया। इस प्रकार वह भी देश के एक बड़े भाग की शिष्ट बोलचाल की भाषा हो चली। खुसरो ने उसमें कुछ पद्य रचना भी आरंभ की जिसमें पुरानी काव्यभाषा या ब्रजभाषा का बहुत कुछ आभास था। इससे स्पष्ट है कि दिल्ली और मेरठ के आसपास की भाषा (खड़ी बोली) को, जो पहले केवल एक प्रांतिक बोली थी, साहित्य के लिए पहले पहल मुसलमानों ने ही लिया। मुसलमानों के अपनाने से खड़ी बोली शिष्ट बोलचाल की भाषा तो मानी गई, पर देश को साहित्य की सामान्य काव्यभाषा वह ब्रज (जिसके अंतर्गत राजस्थानी भी आ जाती है) और अवधी रही। इस बीच में मुसलमान खड़ी बोली को अरबी, फ़ारसी द्वारा थोड़ा बहुत बराबर अलंकृत करते रहे, यहाँ तक कि धीरे-धीरे उन्होंने अपने लिए एक साहित्यिक भाषा और साहित्य अलग कर लिया जिसमें विदेशी भावों और संस्कारों की प्रधानता रही। ध्यान देने की बात यह है कि यह साहित्य तो पद्यमय ही रहा, पर शिष्ट बोलचाल की भाषा के रूप में खड़ी बोली का प्रचार उत्तरी भारत के एक कोने से दूसरे कोने तक हो गया। जब अँगरेज़ भारत में आए, तब उन्होंने इसी बोली को शिष्ट जनता में प्रचलित पाया। अतः उनका ध्यान अपने सुविधा के लिए स्वभावतः इसी खड़ी बोली की ओर गया और उन्होंने इसमें गद्य साहित्य के आविर्भाव का प्रयत्न किया। पर जैसा ऊपर कहा जा चुका है, मुसलमानों ने अपने लिए एक साहित्यिक भाषा उर्दू के नाम से अलग कर ली थी। इसी से गद्य साहित्य के लिए एक ही भाषा का व्यवहार असंभव प्रतीत हुआ। इससे कलकत्ता के फोर्ट विलियम कॉलेज के प्रोत्साहन से खड़ी बोली के दो रूपों मे गद्य साहित्य का निर्माण आरंभ हुआ—उर्दू में अलग और हिंदी में अलग। इस प्रकार 'खड़ी बोली' का ग्रहण हिंदी के गद्य साहित्य में तो हो गया पर पद्य की भाषा बहुत दिनों तक एक ही—वही ब्रजभाषा रही। भारतेंदु हरिश्चंद्र के समय तक यही अवस्था रही। पीछे हिंदी साहित्यसेवियों का ध्यान गद्य और पद्य की एक भाषा करने की ओर गया और बहुत से लोग 'खड़ी बोली' के पद्य की ओर ज़ोर देने लगे। यह बात बहुत दिनों तक एक आंदोलन के रूप में रही। फिर क्रमशः खड़ी बोली 'में भी बराबर हिंदी की कविताएँ लिखी जाने लगीं। इस प्रकार हिंदी साहित्य के भीतर अब तीन बोलियाँ आ गईं—खड़ी बोली, ब्रजभाषा और अवधी। हिंदी साहित्य की जानकारी के लिए अब इन तीनों बोलियों का जानना आवश्यक है। साहित्यिक खड़ी बोली की हिंदी और उर्दू दो शाखाएँ हो जाने से साधारण बोलचाल की मिली-जुली भाषा को अँगरेज़ हिंदुस्तानी कहने लगे।उदाहरण
. हिंदी भारत की राजभाषा है। -
वह विषय जिसमें हिंदी भाषा और उसके साहित्य, व्याकरण आदि का अध्ययन किया जाता है
उदाहरण
. मुझे हिंदी में सौ प्रतिशत अंक प्राप्त हुए।
हिन्दी के यौगिक शब्द
संपूर्ण देखिएहिन्दी के कन्नौजी अर्थ
हिंदी
संज्ञा, विशेषण, पुल्लिंग, स्त्रीलिंग
- हिन्द, हिन्दुस्तान से संबद्ध
- हिंद निवासी, भारत वर्ष में रहने वाला
- भारत वर्ष की राजभाषा एवं राष्ट्रभाषा
हिन्दी के कुमाउँनी अर्थ
हिंदि
संज्ञा, स्त्रीलिंग
- हिंदी भाषा, देवनागरी, भारत की राष्ट्रभाषा
हिन्दी के गढ़वाली अर्थ
हिन्दि
संज्ञा, स्त्रीलिंग
- भारत की राजभाषा का नाम
Noun, Feminine
- Hindi language
हिन्दी के बुंदेली अर्थ
संज्ञा, स्त्रीलिंग
- उत्तर भारत की प्रमुख भाषा जिसकी ब्रज, अवधी, राजस्थानी, मैथिली आदि अनेक विशेषताएँ हैं तथा अनेक बोलियाँ हैं
हिन्दी के ब्रज अर्थ
हिंदी
संज्ञा, स्त्रीलिंग
- हिंदी भाषा
हिन्दी के मैथिली अर्थ
संज्ञा
- एक आधुनिक भारतीय आर्यभाषा
Noun
- one of the modern Indo-Aryan languages of India
हिन्दी के मालवी अर्थ
विशेषण
- हिन्दी भाषा, इसकी कई उपभाषाएँ और बोलियाँ हैं।
हिंदी के तुकांत शब्द
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